जब भी गाड़ी चलाते है तो हमेशा टायर पंचर होने और टायर की हवा निकल ने का डर सताता होगा । हालांकि पहले के मुकाबले अब मार्केट में ट्यूबलेस टायर आ चुके है जो काफी दूर तक हवा निकल ने के बाद भी चल जाते है । लेकिन अब गाड़ी के टायरों को लेकर Michelin कंपनी और जनरल मोटर्स ने एक अदभुत टेक्नोलॉजी पेश की है। नई जनरेशन की इस अदभुत टेक्नोलॉजी का नाम “एयरलेस व्हील” नाम दिया गया है । इस तकनीक को यूनिक पंक्चर प्रूफ टायर सिस्टम भी कहा जाता है ।
बता दे , इस तकनीक में टायर में हवा नही भरी जाती है ,जिसके कारण गाड़ी में पंचर होने का डर नही लगता है । इन दोनों कंपनी ने साल 2024 तक इस तकनीक को लाने का लक्ष्य रखा है । इस तकनीक Uptis को प्रोटोटाइप करके ऐसा करा करेंगे । दोनों कंपनी सबसे पहलेब शेवरले बोल्ड ईवी से इसकी शुरुआत करेंगे । इस कार्य की शुरुआत इस साल के अंत तक शुरू होने की संभावना है ।

इस एप्टिस तकनीक में इस प्रकार के मटेरियल का उपयोग किया जाता है जिसमें प्रेसर पड़ने पर टायर फ्लैक्सिबल हो सके । इसे ज्यादा से ज्यादा भार सहन करने लायक बनाया जाएगा। इस टायर को आज के अत्याधुनिक वाहनों को धयान में रखकर डिजाइन किया जाएगा । इस टायर की सबसे खास बात यह होगी कि इस टायर में किसी भी प्रकार की मेंटेनेंस की जरूरत नही होगी । यानी कि यह टायर लंबे समय तक चल सकते है । मिशलिन कंपनी इस तकनीक पर पिछले पाँच सालों से कार्य कर रही है ।
बता दे , यह टायर ब्लो आउट के जोखिम को पूरी तरह से खत्म कर देगा । बता दे , दुनिया भर से 200 मिलियन से ज्यादा टायर समय से पहले पंचर हो जाते है या खराब हो जाते है। लेकिन अपटीस तकनीक के द्वारा इस को कम किया जा सकता है।हालांकि यह टायर भारत में कब तक आएंगे इसकी जानकारी नहीं मिली है। लेकिन जिस तरह से मिशलीन कम्पनी इस तकनीक में तेजी से कार्य कर रही है , वह पूरी दुनिया के लिए एक अच्छी ख़बर मानी जा सकती है।