कभी भी समय की गाड़ी का कोई स्टेरिंग नही होता है लेकिन इसे अगर कोई कंट्रोल कर सकता है यह वही शख्स ने जिसने जिंदगी में कुछ आगे करने के बारे में सोच रहा है। मध्यप्रदेश जे रहने वाले राहुल तनेजा की भी ऐसी ही कहानी है। मध्यप्रदेश के कटला में जन्मे राहुल तनेजा ने 18 साल पहले एक ढाबे में 150 रुपए में काम किया था।
ढाबे में काम करने वाला यह शख्स 2018 में देशभहर में अखबार की सुर्खियां में तब आया था जब इन्होंने अपनी डेढ करोड की गाड़ी के लिए 16 लाख रूपए की नम्बर प्लेट को खरीदा था। इन्होंने अपनी लग्जरी कार के लिए 16 लाख का आरजे 45 सीजी 001 नम्बर खरीद था। यह पहलीं बार नही था जब उन्होंने ऐसा किया है

जबकि साल 2011 में अपनी बी एम डब्ल्यू 7 सीरीज के लिए10 लख की वीआईपी 0001 को खरीदा था।बता दे कि इनके पिता एक टायर पंचर की दुकान चलाने वाले के इस बेटे की छोटी से आंखों में बहुत पहले से बड़े सपनो तैरने भी लजे थे। स्वेज फार्म में रहने वाले राहुल तनेजा अब एक इवेंट मैनेजमेंट
कम्पनी के मालिक है।मध्यप्रदेश को छोड़कर उन्होंने राजस्थान के जयपुर जिले के आदर्शनगर के एक ढाबे पर काम किया। राहुक ने इतनी मुश्किल के वक्त भी अपनी पढ़ाई को कभी भी नही छोड़ा। रिपोर्ट के मुताबक राहुल ने अपने दोस्ती से कॉपी, गाइड और कई तरह के

नोट्स मांग कर अपनी पढ़ाई को जारी रखा और 92 अंक हासिल भी किए। इसके अलावा भी उन्होंने मॉडलिंग, फेशन शो में भी कम किया। इसके साथ ही 1998 में जयपुर क्लब द्वारा आयोजित फैशन शो में राहुल तनेजा विजेता भी चुने गए।