कुर’आन शरी’फ हि’फ़्ज़ करना भी वो भी इतनी कम उम्र में यह सब अ’ल्ला’ह की तरफ से एक ने’मत है। अभी हाल ही में अ’ब्दुल रहमा’न इंग्लैं’ड की है अंग्रेजो के कल्च’र में रहने वाले के बाव’जूद अ’ब्दुल रहमा’न है। जिन्होंने 14 साल की उम्र में महज 2 साल में ही कुर’आन पा’क को हि’फ़्ज़ भी किया है।
इनके अलावा भी आपको बता दे कि जिस उ’म्र में बच्चे पढ़ना और लिखना भी सिख रहे होते है। उसमे रुकैया ख’ण्डवल ने हाफि’ज बनने की राह पर है महज 6 साल की उम्र में रेके’य को कुरा’न शश’रीफ का एक शब्द याद है। कु’रान के सभी 30 पारेऔर 604
पे’ज याद करके बेंगलु’रु की रु’कैया ने अपने स’मुदाय बोह’रा समा’ज मे दाऊ’दी बो’हरा की सबसे कम उम्र की हा’फिज भी बनने वाली है।

मीडिया से बात करते हुए रुकै’या के पिता ने मुक़’द्दल ने कहा है कि इतनी कम उम्र में इस काम को करना कोई आस’मान काम भी नही होता है।
उनके चार बेटियां है ।जिसमे रेकेय दूसरे नम्बर की है। उनकी पत्नी भी हा’फिज है। रुकैया की माँ ने इस काम मे उनका साथ भी दिया है। वह कहती है कि आज जो भी ‘रु’कैया से मिलने के लिए आता है तोउसकी ता’रीफ भी करता है।

रुकै’या के पिता मु’फद्दल ख’ण्डवल शहर के एक आईटी कनस्लेट भी है।ऐसे तो उनका परि’वार राजस्था’न का रहने वाला है और वो बेंग’लुरु में रहते है। वह 12 सालो से वहां पर रह रहे है।