गर्भवति महिला को खून देकर सैयद अबु ताहिर ने बचाई जान, मिला बढ़ा ईनाम और लोग कर रहे तारीफ

कोरो’ना वा’यरस से देश मे लोक डा’उन जारी है। ऐसे में कई लोगो को परे”शानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे मा’हौल में भी सभी लोग एक दूसरे के मदद करने के लिए आगे आ रहे है। हि’न्दू मु’स्लिम करने वालो के कई मामले सामने आ रहे है। तमिल’नाडु के त्रि’ची शहर के एक कस्बे में रहने वाली एक गरी’ब परिवार की महिला को प्रसव की पीड़ा हो गई थी।

उस महिला का नाम सुलो’चना है।महि’ला का पति उसे सरका’री एम्बु’लेंस से उसे लेकर 7 किलोमीटर दूर अस्पताल जाता है। अस्प’ताल में डॉक्टर’ उसे ऑपरे’शनसे बच्चा होने की सलाह देते है। इसके साथ ही महिला को 1 यू’निट खू’न की जरूरत पड़ती है।अस्पता’ल में लोक डाउन के चलते हुए खू’न उपलब्ध नही था। महिला और उसका पति अपने घर वापस लौटने के लिए निकल पड़ते है ताकि किसी रिश्ते’दार को खू’न देने के लिए बुला सके।

ऐसे माहौ’ल में जब गाड़िया भी नही मिल रही थी और ये दम्पति हैरान परेशान होकर सड़को पर घूम रहे थे। एक मु’स्लिम पु’लिस कांस्टे’बल ने उन्हें आवाज देकर उन्हें अपने पास बुलाया। इस कांस्टे’बल का नाम सैयद अबूतहिर है उनकी परेशानी सुनकर कांस्टे’बल ने उनके लिए भोज’न और टेक्सी’ का प्र’बंध करने में लग गया।

पुलि’स कांस्टे’बल ने महिला का ब्ल’ड ग्रुप पूछा। जानने के बाद पु’लिस कांस्टे’बल ने कहा कि उसका भी ब्लड ग्रुप से’म है। इसके वाद वो 23 साल के पुलि’स कांस्टे’बल उस दंपत्ति को वापस अस्प’ताल लेकर गया और अपना खू’न डोनेट किया। ऑपरेशन के बाद म’हिला ने बच्चे को ज’न्म दिया। दो’नो स्वस्थ है।

वहां के sp ने सारा मामला जानने के बाद उस कांस्टे’बल को 1 हजार रुपए देकर पुरुस्कृत किया। इसके बाद तमिल’नाडु के DGPने भी उस कांस्टे’बल को 10 हजार रुपए देकर पुरुस्कृत किया। उस कांस्टे’बल ने इना’म के पूरे 11 हजार रुपए देकर उस महिला को दे दिए। नोट – यह पोस्ट मनोज यादव की फेसबुक पोस्ट से लिया गया है।

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