कोई भी शख्स मेहनत करे तो वो एक न एक दिन कामयाब जरूर हो जाते है। इस कड़ी में आज हम आपको मुरादाबाद में तैनात सिविल जज अंजुम सैफी के संघर्षों की कहानी भी बताने जा रहे है। यूपी के मुजफ्फरनगर जिले की अंजुम सैफी ने 152 वी रेंक
लेकर PCS-J का एजगम भी क्रेक कर लिया है। जब अंजुम सैफी ने 4 साल की थी जब उनके पिता को बद’माशो द्वारा गो’ली मार’कर ह’त्या कर दी गई थी। अंजूम 7 भाई बहनों में 6 वे नम्बर पर है। अपने पिता की मौ’त होने के बाद उनके भइयो ने अंजु’म का स’पोर्ट भी किया है ।

बता दे कि मुज’फ्फरनगर में सितम्बर 2013 में जब वह पर दं’गे हो रहे थे उसी वक्त भी अंजु’म कोचिं’ग जाती थी। अंजुम के भाई दिल’शाद बताते है कि कई लोगो ने उनसे यह भी कहा कि यहां पर दं’गे हो रहे है अंजुम जहां पर जाती है वह सब हिन्दू टीचर है कब भी अंजु’म कोचिंग जाती रही।
दिल’शाद बटते है कि साल 2016 में जबअंजुम ने PCS-J का एग्ज’म दि’या तो वह इतनी ज्यादा कॉ’न्फिडेंस थी उसने इस बात को पहले ही बता दिया था कि उसका रिजल्ट अच्छा होने वाला ह। जब साल 2017 में इसक रिजल्ट आया तो अंजुम सलेक्ट भी हो गई।

उसने अपने जज्बे और मेहनत के दम पर डीएम में इस मुका’म को हासिल भी किया। अंजुम के भाई ने कभी भी अपने पिता को कमी को अंजु’म के सामने महसू’स भी नही होने दिया।