उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए नेता असदुद्दीन ओ’वैसी ने नया गेम प्लान भी तैयार किया है। इस गेम प्लेन के तहत मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने ओम का फार्मूला ईजाद भी किया है। ओ’वेसी की मंशा ज्यादा से ज्यादा मुसलमानों से ओम का ज’यकारा लग’वाने की भी है।
ओम के फार्मूले के बारे में भी आप जा’न गए होंगे। OAM का मतलब आपको समझती है, इसमें O मतलब खुद ओवेसी है। A मतलब है अतीक अहमद जबकि M का मतलब है पिछले दिनों गु’जरात अ’हमदा’बाद जे’ल में बं’द बाहुब’ली सांसद के बाद अभी यूपी जेल में बं’द है। मऊ से लगातार ही पाँचवी बार विधायक रह चुके मुख़्तार अंसारी और एम् है पू’र्वा’चल के मा’फि’या डॉ’न के तौ’र पर बद’ना’म, बाँ’दा जे’ल में बं’द’ पच बार के ही दा’गी

विधाय’क मु’ख्तार अंसा’री भी है। A का मतलब फूलपुर से पूर्व सांसद अतीक अहमद जो पिछले दिनों ही AIMIM में शामिल हुए है। अब आपको यह समझना जरुरी होगा कि आखिरकार ओवैसी को ओम का गेम प्लान क्यो तेयार करना पड़ा है बता दे कि हा’र और जीत अपनी जगह है । ओवैसी की कोशिश है कि अतीक और मुख्तार के परिवार से ज्यादा से ज्यादा लोग चुनाव भी लड़े। प्रचार करने भी उतरे।
मु’स्लिम वोटरों के बीच जाय जाए। उनके लिए सिया’सी जमीन तैयार करे। अपनी इस कोशिश में ओ’वैसी फि’लहाल जगह बनाते हुए भी दिखाई भी देने लगे है। अ’तीक और मुख्ता’र का नाम जुड़ते ही मुस’ल’मानो के एक तबके की भावनाए अभी से उ’फा’न मा’र’ने भी लगी है।

इसके अलावा भी बता दे कि बीजेपी ने अभी से अतीक, मुख़्तार को लेकर ओवे’सी पर निशाना साधने भी शुरू कर दिया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सूबे के डिप्टी सीएम केश’व प्रसा’द मो’र्य का कहना है कि उनकी पार्टी और समर्थ’कों को ओम से कोई दि’क्कत भी न’ही है।