पा’क क्रिकेक्टर अक्सर सुर्खियों में बने रहते है । वि’वा’दों में रहना पा’क क्रिकेटर का पेशा बन गया है।पाकिस्तान और श्रीलंकाके बीच साल 2014 में वनडे सीरीज को खेला गया था। इसी दौरान पाकिस्तान के खिलाड़ी अहमद शहजाद ने श्रीलंकाई बल्ले बाजी
तिकल रत्ने दिलशाद पर धर्म को लेकर कुछ टिप्पणी की थी। इसके बाद शहजाद के बयान पर काफी हं’गा’मा हुआ था। हालांकि इसी बीच यह भी सामने आया था कि पा’किस्ता’न क्रिकेट बोर्ड उस पर इस मामले में जांच की गई थीइस मैच की समाप्ति के बाद एक वीडियो सामने आया है
जिसमे शहजाद मैच ख’त्म होने के बाद दिलशाद से कह रहे है कि अगर एक गैर मु’स्लि’म व्यक्ति इ’स्ला’म ध’र्म को अपनाता है तो उसने जिंदगी में चाहे जो कुछ भी किया है उसको सीधे ही ज’न्नत न’सीब होती है। शहजाद की इस टिप्पणी पर श्री’लंकाई बल्लेबाज दिलशाद ने जवाब दिया कि मुझे जन्न’त पसं’द न’ही है।
दिलशान के जवाबके बाद पा’कि’स्तान बल्लेबाज शहजाद ने कहा कि बी रेडी फ़ॉर फायर। आपको बता दे कि शहजाद और दिलशान की वार्ता’लाप की वीडि’यो टेन स्पो’र्ट्स है। इस वीडियो को श्रीलंकाई न्यूजपेपर एशियन मिरर ने यूट्यूब पर शेयर किया था।

आपको बता दे कि श्रीलंकाई बल्ले बाज दिलशान पहले मु’स्लि’म थे जिन्होंने 16 साल की उम्र में बौ’ध्द ध’र्म को अपना लिया है। बौ’ध्द ध’र्म अपनाने से पहले श्रीलंका के बल्लेबाज दिलशान का नाम तुवान मोहम्मद दिल’शान था।