जिला कलेक्टर हो तो ऐसा … यहां अब न ऑक्सीजन की दिक्कत और न ही बेड की, दिसम्बर में ही ….

देश में को’रो’ना वा’यर’स कि रफ्तार लगातार ब’ढ़ती जा रही है। दिन ब दिन को’रो’ना वा’यरस के नए केस भी रिकॉर्ड तोड रहे है। हाल यह है रहे है कि मरी’जों को बेड भी नहीं मिल रहे है। जहा पर देश ऑ’क्सिजन और बेड की वजह से जू’झ रहा है वहीं देश के बेहद पि’छड़े और आ’दिवासी बहुल ननादुरबर

जिले में ना ही बेड कि कि’ल्लत है और न ही ओक्सीजन कि है।बता दे कि महज 20 बेड के साथ को’राना से लड़ाई करने वाले नांदुर बार में अब1,289 बेड्स, कोवीद केयर सेंट रो मे 1,117 बेड्स और ग्रा’मीण अस्प’तालों मे 5620 बेड्स के साथ इस म’हामा’री पर काबू करने केलिए एक मज’बूत हे’ल्थकेयर सिस्टम भी है।

dm nandurbar district dr rajendra bharud

इसके साथ ही हॉ’स्टलों, स्कूल, मंदिरो और पी एचसी कि भी व्यवस्था की गई है। जिले में को’रोना’ वाय’रस के इस संकट मै 7000 से ज्यादा आई सो’लेशन बेड्स और 1,300 आई सियी बेड्स भी उपलब्ध है।बता दे कि पिछले साल को’राना काल में दूसरे जिलों पर निर्भर रहने वाला यह जिले ने अब ऑ’क्सीजन प्लांट भी

लगा लिया है। यह कमाल हुआ है जिले के जिलाधि’कारी डॉ राजेंद्र भरूद ने जिस तरह से उन सब कि तैयारी की है।उसे देखने के बाद राज्य के हेल्थ मिनिस्टर राजेश टोपे, रेल मंत्री पीयुश गोयल और वरिष्ठ प्रशासक तुका’राम मुंडे तक ने इस को’रो’ना वा’य;रस से बचाने वाले

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और इतने ज्यादा इंतजाम करने वाले की भी तारीफ कि है। बता दे कि मुंबई के इएम अ’स्प’ताल से एम बी बी एस करने वाले साल 2013 बेच के IAS अधिकारी राजेंद्र भरूड ने को’रो’ना महा’मरी की दूसरी लहर आने से पहले ही इन सबके इंत’जाम भी कर लिए थे।

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