मिस्र में बीते दिन ही ममी की परेड को निकाल गया है। यह ऐतिहासिक परेड आयोजित की गई थी। 22 ममीज के लिए जो मशहूर फ़िरो’नो की है। इन्हें सेंट्रल काहिरा से म्यूजि’यम ले जाया जा रहा है। मिस्र के म्यूजियम से तहरीर स्वकीर होते हुए इन्हें नेशनल म्यू’जियम ऑफ इ’जीपीशन सिवि’लाइजेशन ले जाया गया।
जहाँ मिस्र की पहलीं इस्ला’मिक राजधानी थी। खास बात यह है कि इसे लेकर कई शं’काए भी जता’ई गई। शा’प का ड’र भी फै’ला रहा। आधुनि’क मिस्र ने इन सब चीजो को नजरअंदाज करते हुए इसे आयोजित करने का फैस’ला भी लिया गया। परेड के दौरान मौसम का ध्यान रखते हुए खास केसे’ज ट्रकों में रखा गया और उन्हें पार’म्परिक अंदा’ज में सजा’या भी गया।

इस स’मारोह के दौरान 21 टोंपो की सला’मी से शुरुआ’त की गई। इसके अलावा लाइ’ट म्यूजि’यम का कार्यक्रम भी पेश किया गया । इस ममियों में राजा रामसेस दिवतीय, सेती प्रथम, रानी हतहेपशुत आदि भी शामिल है।
मिस्र सर’कार का कहना है कि काहिरा के म्यूजियम में सारी ममी को एक साथ रखने के लिए पर्यटक उन्हें एक साथ देख सकते है। वही एक तरफ डेली मिलके मु’ताबिक बताया गया था कीजो भी इन राजा फ़रा’ओ की शा’न्ति में खल’ल डालेगा उसकी भी मौ’त हो जाएगी।

मिस्र के पूर्व मंत्रीअल नहर ने कहा है कि ममी के एक जगह से दूसरी जगह भेजे जाने का इन हा’दसों से कोई स’म्बन्ध न’हीहै।2011 में देश में हुए रा’जनी तिक उथलपु’थल और अब कोरो’ना ‘वाय;रस की महा’मारी के चलते हुएनु’क्सान उठा रहे पर्यटक स्थल को भी फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है ।