तुर्की के रा’ष्ट्रपति को ग’री’बो का मसी’हा कहा जाता है। तुर्की के राष्ट्रपति तैयब एर्दोगान हर देश की मदद करने को आगे रहते है।हाल ही में उन्होंने सी’रियाई’ शर’णार्थि’यों को वाप’स भेजने की मांग पर एर्दो’गान ने इस बात को पूरी तरह से साफ कह दिया है किसी’रिया’ई शर’णा’र्थियों की घर वापसी
उनकी इच्छा पर सुरक्षि’त रूप में ही होगी। उन्होंने आगे कहा है कि उनका देश सी’रियाई शरणा’र्थियों को ह’त्या’रो की बा’हों में नही फे’केगा। जब तक वह सत्ता में है।सत्ता में आने की’स्थिति में’सीरियाई शरणा’र्थियों को सी’रिया में नि’र्वासित करने के अपने इरादे के बारे में तुर्की विप’क्षी रि’पब्लिकन पी’पुल्स पार्टी के प्रमुख

केमल किलिक दारो’गलू के बयान पर टिप्प’णी करते हुए कहा है कि एर्दोगान जब तक हमइसदेश की सत्ता में है। हम अल्ला’ह के उन बन्दों को, जिन्होंने हम में शरण भी ली है। उन्होंने इस बात पर जोर देकर कहा है कि सी’रिया’ई शरणा’र्थि’यों की उनके घरों में वापसीस्वे’च्छिक और सुर’क्षित भी होगी।
जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने बीते दिनों ही यु’रोपिय संघ के साथ एक सम’झौते के तहत बड़ी संख्या में सीरि’याई शर’णार्थि’यों की मेजबानी के लिए तुर्की के प्रसंशा की है और कहा है कि वह अंकारा के साथ घ’निष्ठ स’म्बन्ध भी बनानां चाहती है।

बताया गया है कि तुर्की लगभग 3.6 मिकियन सीरि’याई लोगो के साथदुनि’या मे शर’णार्थि’यों की सबसे बड़ी सं’ख्या मेज’बानी कर रहा है जो देश मे गृह यु’द्ध मे भी भा’ग गए थे।