फिरोज आलम : 10 साल मेहनत करके कांस्टेबल से बने अधिकारी, जानें उनकी प्रेरणादायक कहानी

कहते है अगर अपने कुछ बनने के सपनो को सजोया है उसे हासिल करने ले लिए आप मेहनत कर रहे है तो सपना बहुत दिनों तक सपना ही नही रहता है वो हकीकत भी बन जाता है। ऐसे ही एक मामला दिल्ली पु’लिस के कां’स्टेबल फिरो’ज आ’लम के साथ भी हुआ है। जो अब दि’ल्ली’ पु’लिस में बतौर एसी’पी भी बन गए है।

यह नाम बुल’न्द होसलो से अपनी का’मयाबी को छूने का है। उन्होंने 10 साल की नोकरी के बाद अगले साल यूपीएससी की परीक्षा को पास भी कर लिया था।फि रोज आलम ने दि’ल्ली पुलि’स के पद के लि’हाज से एक साथ 4 पदों की छलांग भी लगाई है।

firoz alam upsc
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मतलब की कंस्टे’बल से हे’ड कंस्टेबल,ए एसआई, एसआई,इं’स्पेक्टर के बाद एसी’पी बने है।दि’ल्ली पु’लि’स कं’स्टेबल के पद से रिलीव होकर फिरोज आलम ने ब’टोर ट्रे’नी एसी’पी दि’ल्ली पुलि’स फिर से ज्वाइन भी की है। क्योकि उनको यूपीए’ससी पास करने के

बाद दि’ल्ली,अंडमा’न और निको’बार द्वी’प समूह पु’लि’स सेवा का।कै’डर भी मिला है। जि’सके तहत ही आ’लम को दि’ल्ली में ही बतौर ए’सीपी की पोस्टिंग भी मिली है।फिरोज आलम बताते है कि बचपन सेउनके पिता का यही सपना था कि

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उनका बेटा पुलि’स का व’र्दी भी पह’नव , जिसे फरोज ने अब पूरा भी करदिया है। लेकिन उनके पिता को कमी थी यह व’र्दी किसी कंस्टे’बल की नही बल्कि अफसर की हो’नी चाहिए। फिरोज आलम ने इन सपनो को भी पूरा ओर दिया है।

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