मु’स्लि’म समु’दाय में ई’द दो तरह की मनाई जाती है। एक ईदुल फि’तर और दूसरी ई’दुल अ’जहा। ईदु’ल अ’जहा को बक’रीद भी कहते है। इस दिन कु’र्बा”नी दी जाती है। यह हमारे न’बी की सुन्नत है। बकरी’द के दिन सभी लो’ग बक’रा ख’रीदते है और अ’ल्ला”ह के ना’म कुर्बानी देते है।
यूपी के फिरो’जाबाद में एक काले बक’रे ने अपने मा’लि’क की कि’स्म’त भी बुल’न्द की है। बता दे कि ब’क’रे की श’रीर पर अ’ल्लाह भी लि’खा हुआ है। यह जान का’री जब लो’गो को हुई तो दूर दूर तक लोग ब’क’रे को ख’री’दने के लिए आने भी लगे। इस बक’रे के 5 लाख रूपए लग गए है लेकिन मा’लिक का कहना है

कि वो इस ब’क’रे के 10 लाख रूपए लेना चाहते है। ऐसे तो हर ब’क’रे की कीमत 15 से 20 हाजर रुप’ए में शुरू होती है लेकिन बहुत से बक’रे की कीमत बढ़ जाती है। इससे पहले भी फि’रोजा’बाद के था’ना फरिहा के
गांव में रख’ब’ली में रहने वाले सुरेंद्र सिं’ह के साथ भी ऐसा ही हुआ था।उनके ब’करे के श’रीर पर भी क़ु’द’रत की तरफ से अ’ल्ला’ह लि’खा हुआ था।सुरेंद्र सिंह मन’रे’गा में काम करने वाला एक मज’दूर है। वह अपने परि’वा’र के साथ गां’व में रहते है।

इसी में एक ब’करा भी है। सु’रेंद्र का यही कहना है कि वो अपबे ब’क’रे की कीमत10 लाख रूपए ही लेना चाहते है। उन्होंने आगे ब’ताया है कि उनके इस ब’क’रे को देखने के लिए भी’ड़ भी लगा रह’ती है।