ऐसे तो कई तरह के अवार्ड भी दिए जाते है। उनमें से हल ही में कैविटी क्रेशर के आविष्कार के लिए 10 वर्षीय पाकिस्तानी बच्चे ने अपने परिवार के साथ अमेरिका में एआई पुरुस्कार जीता है। उन्होंने 7500 प्रतिभागियों के साथ इस में भाग में 6 नम्बर परभी चुने गए है।
कैविटी क्रेशर एक तरह का ऐसा उपकरण होता है जो बच्चे के दाँत ब्रश करने की आदतों पर नजर रखने के लिए कृतिम बुद्धिमत्ता का भी उपयोग करता है आपको बता दे कि जिस बच्चे को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है वो एक हफीजे कुरान भी है। यह कराची के रहने वाला है।

वह अपनेमाता और पिता और द साइंस क्लब।पाकिस्तान की मदद से डिबाइस बनने में भी सक्षम था। उन्होंने पहली बार ही संयुक्त राज्य अमेरिका के संता क्लाराने पहली विश्व चैम्पिनयन्स में एआई ने भाग लिया है। उन्होंने इसमे जूनियर डिबाइस में भी भाग लिया है।
इस बात का चयन ऐसा हुआ है कि कैसे परिवारों द्वारा अवविषकर किए गए उपकरण आर्टिफिशियल इंटेलजेन्स के उपयोग करके समुदाय की मदद कर रहे है।अपने बच्चों के लिए कितना वाक्य निकाल रहे है। उन्हें सकारात्मक गतिविधियों में शामिल करना शायद सबसे बड़ी चुनोती है।

जो माता और पिता इन दिनों झेलते भी है। बच्चे सिर्फ एक उदाहरण से सीखते है। इसकिए यदि आप चाहते है की वो एक निश्चित मार्ग पर चले पर तो उनका नेतृत्व भी करे। यही मोहम्मद यासिर के माता और पिता ने भी किया है।