हिजा’ब वि’बाद कर्ना’टक से शुरू हुआ अब कई ज’गहों पर देखा गया है। इस वि’वाद में मुस्लिम लड़’कियों को हि’ज़ा’ब पहनने की अनु’मति को ब’न्द किया गया। क’र्नाटक हाइ’कोर्ट ने बीते दिनों ही या’चिका को ख’रिज करते हुए कहा कि हि’जा’बी इ”स्ला’म का हि’स्सा नही है।
वही कर्नाटक के एक कॉलेज की छात्रा आ’लिया का कहना है कि वह सु’प्रीम कोर्ट का दरवाजा खट’खटाएंगी।वही अब मध्यप्रदेश में हिजाबी विवा द के बाद न’माज वि’वाद देखा गया है।मध्यप्रदेश के सागर में स्थित डॉक्टर हरिसिंह और केंद्रीय विश्व’विद्यालय में एक छात्रा का वीडि’यो नमा’ज
प’ढ़ते हुए वा’यरल हो रहा है। जिसके बाद हि’न्दू जा’ग’रण मंच ने इस आ’पत्ति जता’ई है।हि’न्दू सँगठम ने इस मामले पर विश्ववि’द्यालय प्रशा’सन से शि’कायत को द’र्ज करवा”या है। वही वि’श्व’विद्यालय ने इस पूरे माम’ले को ले’कर जांच के आदेश दिए है।कुलपति नीलि’मा गुप्ता ने इस मामले को लेकर एक कमेटी भी बनाई है।
इसके साथ ही छात्र छा’त्राओं को निदे’श दिए है कि वह पू’जा पाठ अपने घर और धा’र्मिक जगहों पर करें। विश्वि’द्यालय सिर्फ पढ़ा’ई करने के लिए है। हिं’दु जा’गरण मंच इका’ई के अध्यक्ष ने कहा है कि इस तरह की गति’वि’धियों को शि’क्ष’ण सं’स्था’नों में नही किया जाना चाहिए।

उमेश ने कहा कि वह लंबे समय से हि’जाबी में आ रही थी लेकिन उसे शुक्र’वार कोनमा’ज पढ़ते हुए देखा गया है। यह अप्पतिजनक है क्योकि शिक्षण संस्थानों में हर धर्म के लोग आते है। उन्होंने आगे कहा कि इस सम्बंध में एक शि’कायत कु’लपति और रजिस्ट्रा’र को सौपी गई है।