लोगों ने कहा कि UPSC परीक्षा तुम जैसे पढाई में कमजोर छात्रों के लिए नहीं हैं, जुनैद अहमद ने तीसरी रैंक हासिल कर बने अधिकारी

अगर इंसान में कुछ कर गुजरने का जज्बा और मन मे पक्का संकल्प हो तो कोई भी कम कठिन नही होता है। आज हक आपको एक ऐसे आईएएस अधिकरी के बारे में बताएंगे जिन्होंने असफलता को ही सफल बना दिया। परिवार की आर्थिक परिस्थितियों से जूझते हुए इस स्टूडेंट ने यूपीएससी की।परीक्षा को टॉप किया है।

इस आईएएस अधिकारी का नाम जुनैद अहमद है। इन्होंने चार प्रयासों में असफल होने के बाद भी हार नही मानी और ना केवल यूपीएससी की।परीक्षा को पास किया बल्कि उसमे सर्वीय रैंक भी हासिल की है।आईएएस जुनैद अहमद ने यूपीएससी सिविल सर्विसेउ जैसी परीक्षा को पास करके लोगो के मन मे उस धरणा को भी तोड़ा है।

IAS Junaid Ahmad

जिसमे यूपीएससी की।परीक्षा पास करने के लिए बचपन से ही इंटेलीजेंत होना भी बहुत जरूर समझा जाता है।उन्होंने यूपीएससी परीक्षा देने की भी ठानी और जमिया मिलिया इस्लामिया के रेजिडेंशियल यूपीएससी कोचिंग को ज्वाइन कर लिया।यहां पर इन्हें रहने और खाने की सुविधा भी फ्री दी जाती थी।

जुनैद ने इंटरनेट की मदद से यूपीएसी की बेसिक जानकारी और सक्सेसफुल लोगो के बारे में भी पढ़ना शुरू कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने खुद को उस पुरीपढाई मे समर्पित भी कर दिया।जुनैद अहमद को साल 2019 की सिविल सर्विसेज को 5 वी बार में सफलता हासिल भी हुईं।इन्होंने यूपीएससी सिविल

IAS Junaid Ahmad

सर्विसेज परीक्षा में 5 वी प्रयास किया ।जिसमें से तीन प्रयासों में इन्हें किसी भी तरह की सफलता नही मिली।चौथे प्रयास में इन्होंने 352 वी रैंक को हासिल भी किया। आइआरएस का पद हासिल कर लिया। उन्होंने साल 2019 में प्रयास भी किया। उन्होंने इस परीक्षा में 3 रैंक को।हासिल भी किया है।

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