हर इंसान की जिंदगी में कुछ करने की कहानी अलग अलग होती है। जिद और जिंदगी में कुछ करने में जुनून को लेकर हर कोई हौसला से उसी तरह आगे भी बढ़ता है।हम बात कर रहे है व्रन्दावन के छोटे से गांव नीम गांव की रहने वाले एक मुस्लिम लडक़ी के बारे में। जिनका नाम इकरा खान है।
जिसने छोटे से गांव में रहकर इस बात को साबित कर दिखाया है कि अगर आपके पास जितने का जुनून हो तो रीतिरिवाज आपकी कामयाबी के बीच मे नही आते है।इकरा खान ने गोल्ड मेडल हासिल किया है। बचपन से लेकर उनको इस बात का अहसास कराया गया किया कि तुमलड़की हो इसलिए बाहरी दुनिया तुम्हारे लिए नही है।

लेकिन इकरा खान को इन सबके बीच उनकी माँ पापा का साथ हर कदम पर मिला है। उन्होंने जापान मेआयोजित पॉवर लिफ्टिंग की बेच प्रेसवर्ल्ड चेम्पियनशिप में गोल्ड मेडल ही नही जीता बल्कि 32 देशों के सेकड़ो खिलाड़ियों में से टॉप 5 में भी इकरा खान में अपनी जगह बनाई है।
इकरा खान ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि एक दिन मैं अपनी कजिन के साथ जिम गई थी। मेने भी इच्छा को जाहिर किया और ऐसा करने लगी। लेकिन सीनियर लोग दुबले पतले को देखकर उन्होंने कहा है कि बेटा आप नही कर सकोगी।

उसी वक्त मैंने इस बात को ठान लिया था कि अब मुझे पावर लिफ्टिंग ही करना है। मैंने उसी वक्त 50 किलो वजन उठा लिया था। उन्होंने आगे बताया है कि मेरे अम्मी और अब्बू में मेरा साथ दिया है। मेरी अम्मी यही बात कहती थी कि तुझे किस भी चीज की परवाह मत करना।सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दो।