ईरा’न और सी’रिया ने अमे’रि’का प्र’ति’ब’न्धों का सामना करने के लिए शक्ति’शा’ली क’दम उठाने का बीते दिनों ही संक’ल्प लिया है। उन्होंने आगे कहा है कि ईरा’न के नए ने’तृत्व तले दोनों क्षे’त्रीय सह’यो’गियों के बीच सम्ब’न्ध और ज्यादा मज’बूत भी होंगे। दमि’श्क पहुँचे ई’रान के विदे’श मंत्री हुसै’न अमीर अब्दु’लल्लाहि’याँ ने इस बात को कहा है।
ह’वाई’अड्डे पर उनकी स्वागत उनके सी’रि’याई समक्ष’स फैस’ल मे कदद ने की थी। ईरा’न सीरिया के राष्ट्र’पति बशर अल अ’सद का सब’से बड़ा स’मर्थक भी रहा है। उसने वहां दस साल चले सँ’घ’र्ष में अस’द की म’दद के लिए हजारों ल’ड़ा’के भी भेजे है। रूस और ईरान की मदद से सीरिया के बलों का देश के ज्या’दातर हिस्सो पर नि’यं’त्रण भी हो चुका है।

लेकिन देश पर अमेरि’का और य’रोपिय संघ का प्रति’बं’ध बर’सो से भी लगे हुए है।अमेरिका के वि’त्त वि’भाग ने सी’रिया, ई’रान और रू’स में फैले उस नेटवर्क पर प्रति’बं’ध भी लगाए है। जो सीरि’या सर’कार के ते’ल भेज’ने से भी सम्बंधि’त है। पूर्व राष्ट्रप’ति डोना’ल्ड ट्र’म्प के शास’न के दौरा’न साल 2018 में ईरा’न और विश्व
शक्तियों के बीच परमाणु समझौते से अमे’रिका अलग हो गया था। जिसके बाद उसने तेह’रान पर भी पा’बं’दी लगाई थी।बता दे कि इन प्र’ति’ब’न्धों की वजह से सीरि’या में ईं’धन की भा’री कमी भी हो गई और उसे ईरा;न से तेल आपू’र्ति पर नि’र्भर भी होना पड़ा।

अमीर अब्दुल्ला’हि’यांन ने हवा’ईअ’ड्डे पर कहा है कि दोनों देशों के नेतृत्व आ’र्थि/क आतं’क’वाद से निपटने और हमारे लोगो पर द’बाव कामकरने के लिए बड़े कदम भी उठाएंगे। हालां’कि उन्होंने इस बात को नही बताया है किदोनों देश प्र’तिब’न्धों के खि’ला’फ क्या कदम भी उठाएंगे।