इ’स्ला’म मे हर कोई शख्स हमारे न’बी की सुन्न’त पर अमल करता है। इसमें कई तरह के वाकिये भी होते है जिसके चलते हुए या फिर जिसपर अमल करके ईमा’न भी ले आते है। आज हम आप’को एक ऐसा ही वाकिया बताने वाले है। साल 688 में एक यहूदी ने एक ऐसी तहरी’क चलाई की जि’सका नाम त’मा’म आलि’म इ’स्ला’मको देने मेंमजीद परेशनी भी हुई।
य’हू’दी युवक ने बग’दाद में आकर मु’स्ल’मा’नी से यह स’वाल भी किया किक’हता है कि अगर कोईउसके सवा’ल का जवाब देगा तो वह ई’मा’न भी आए’गा।युवक ने म’स्जि’द में खड़े होक’र कहा है कि अ’ल्ला’हसे पहले कौन था। अल्लाह को किसने पैदा किया। यह स’वाल को सुनकर इ’मा’म समेत सभी लोग खा’मो’श भी हो गए।

कुछ लोग ना’राज होक’र य’हूदी को ख’लीफा के पास भी ले गए।यहू’दी लड़के ने खलीफा से कहा कि वह मुस’लमा’न होना चाहते है लेकिन उसको सवलो के जवाब भी नही’ मिल रहे है। उसने सवाल पूछा कि इसके बाद खली”फा ने कहा है कि आप हमे वक्त दीजिए।
इसके बाद वह परे’शा’न भी हो जाते है। इसके बाद ख’लीफा के एक वजी’र कहते है कि एक 11 साल का लड़का है जो इसका जवाब दे सकता है।इसके बाद11 साल के लड़’के को बुलाया भी जाता है।इसके बाद यहू’दी से लड़’का कहता है कि 1 से 10तक गिनती बोलो।

यहू’दी गिनती बोलता है और ल’ड़का कहता है कि 1 से पहले क्या आता है यहू’दी कहता है कुछ नही। इसके बाद लड़’का कहता है कि जैसे 1 से पहले कुछ नही आता है ठीक वैसे ही अ’ल्ला’ह ने हर चीज को शुरू भी किया है। उससेप’हले भी कुछ भी नही था