आज हर कोई अपनी ईमानदारी के लिए प्रसिद्ध हो रहा है। केरल के एक ईमानदारी महिला की भी इस यतरह से तारीफ हो रही है। जब बात 1 करोड़ की भी नही बल्कि 6 करोड़ रुपए की आए तो हर कोई अपनी ईमानदारी के लिए फेमस हो ही जाता है। हालांकि एक महिला ने ईमादारी की मिसाल को पेश किया है।
केरल की रहने वाली समिजा जो एक लॉटरी को चलाती भी है। जब उन्हें पता चला कि 6 करोड़ रुपए की लॉटरी खुली है तो वो तुरन्त ही उसके असली मालिक को वो सौपने चली गई। वह कहती है कि मेरे chandran chettean को जीतने का टिकट सोंपने के बाद से ही लोग मेरी तारीफ कर रहे है।

उन्होंने आगे कहा कि लोगो को सम’झाना होगा कि यह बिजेनस ही ईमा’नदारी और भरोसे का है। इसके बिना इस बिजनेस में कुछ भी नही हो सकता है । हमें ईमान’दार बनना होगा क्योकि मेहनत की कमाई से ही टि’कट खरीदने वाले हर ग्राहक की बदौल’त ही हमारा घर चलता है।
उन्होंने साल2011 में अपने पति के साथ राज’गिरि हॉस्पि’टल के पास एक लॉट’री की स्टोल को शुरू भी किया है।यह उनका पार्ट टाइम कामभी है।दर’असल पति पत्नी दोनों ही एक सर’कारी प्रेस में काम भी करते थे।

लेकिन जब उनकी नोकरी छूट गई तो उन्होंने खुद का बिजेनस शुरू करने की सोचा।समिजा कहती है कि हमारा बिजे’नस सही चल रहा था लेकिन हम को;रोना की मा’र से नही बच सके।
हमे कर्मचारियों को हटाकर खुद को सम्भल’ने भी पड़ा। उन्होंने कहा कि मेरा एक छोटा बेटा जो कभी भी बीमा’र नही हुआ और न ही किसी बी’मारी ‘से पी’ड़ित था। लेकिन वो अचान’क ही हमे छोड़कर चला गया।

उनके पास 12 टिकट थे और उस दिन सन्डे का दिन था।उन टिकट को खरीदने के लिए कोई भी नही आया। बाद में विजेता ने ही टिकत को लिया।