हमारे देश से कई चीजें आयात होती है और हमारे देश मे कोई चीजे दूसरे देशों से आती भी है।हाल ही में ज’म्मू क’श्मीर में बड़े नि’वेश’कों कोलाने की सरकार की योजना को बढ़ावा देने के लिए पहले ब’हुराष्ट्रीय लू’लू ग्रु’प के अर’बपति केरल के व्य’वसाय एमए यूसु’फ अली ने कश्मी’री सेबो किसानों के
समर्थन देने के लिए प्रधनमं’त्री नरें’द्र मो’दी से आहान पर उनको 400 तन सेब का आयात हुआ है। क’श्मी”री का टन मध्य पूर्व में लागू होता है । समूह के अध्यक्ष का कहना है कि मैने शुरु से ही इस बात को जाना है कि हमारी जिम्मेदारी सरकार की नीतियों का स्वीकार भी करना है।

उन्हीने आगे बताया है कि हमने पिछले साल भी यूएई को 400 टन कश्मी’री सेब का आयात भी किया है।उन्होंने आगे बताया है कि हमारा इस व्यवसाय में करीब 30,000 हजार लोग काम करते है। इनमें से अधिकांश भारतीय भी है।
लेकिन को’विड 19 की वजह से यह काम थोड़ा कम हुआ है। इन भारती’यों में 60 फीसदी लोग तो केरल के है। jम्मू कश्मी’र सेब के लिए देश मे दूसरा नम्बर पर आता है। लूलू ग्रुप के यूसु’फ का कहना है कि मैने कभी भी

नही सोच था कि यह उत्पादन इतना ज्यादा बढ़ जाएगा। कश्मी’र में साल भर में लगभग 20 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन होता है । जो भारत मे सेब के उत्पादन का 75 फीसदी योगदान भी देता है