अमेरिकी बॉक्सर मोहम्मद अली के मुसलमान बनने की असली कहानी

अमे’रिका के म’हान मुक्के’बाज मो’हम्मद अली ने अपने जिंदगी में कई कठि’न प्रद’र्शनों के साथ ही मुक्के’बाजी में खू’ब नाम कमाया है। उन्होंने साल 1964 ने इ’स्ला’म ध’र्म को कु’बूल कर लिया था। उनके कई आलोचक उनके इ’स्ला’म ध’र्म को कु’बूल की बात से काफी ना’राज थे।

मोहम्मद अली ने इस्लाम कुबूल करने की वजह बहुत ही अलग बताई थी। उन्होंने साल 1967 में जैक ओल्सेन ने ब्लेक ईज बेस्ट द रिडल ऑफ केसीयस क्ले नाम से एक किताब लिखी थी। इस किताब में अली ने कहा था कि न्यूयार्क के हर्ले म सड़क के

किनारे उनकी पहली बार मुलाकात किसी धर्म परिवतर्न कराने वाले से हुई थी।इसके बाद अली ने बादमे कहा है कि साल 1960-61 की शुरुआत में मयामी में इस’ला’मिक देशों की बैठक थी वही ऐसा हुआ था।

इसके बाद उन्हों ने आगे बताया कि उनकी पहली मुलाकात शिकागो में हुई थी।अलो ए लाइफ, आउट इन अक्टूबर फॉम हतिन मिफ लीन हर कोर्ट की एक किताब है।इसके लेखक जोनाथन इग है।

उस किताब के एक पन्ने पर एक पत्र का जिक्र है जिसमे मोहम्मद अली ने अपनी दूसरी पत्नी ख़िलाह कमा’चो अ’ली को लिखा था। उनकी यह शादी साल 1967 से लेकर 76 तक रही थी।

अली ने इस पत्र में लिखा है कि वह नेशन ऑफ इस्ला’म अखबार ने एक कार्टून देख रहे थे। इस कार्टून में एक मालिक जिनका नाम गोर दस है वह मा’लिक है जो दासों की मा’र’ते है।

दूसरी तरफ जी’स’स की प्राथ’ना करते है। इस कार्टून से वह इतने ज्यादा प्र’भावि’त हुए और उनकी पत्नी ने इस बारे में कहा कि आप अ’ल्ला’ह से बड़े नही हो सकते। आपको इ’स्ला’म की और जाना चाहिए

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