देश में साल भर कोई न कोई त्यौहार चलता रहता हैं लेकिन पिछले साल को’रो’ना के कारण लगे लॉ’क डाउ’न ने गरीबों के जीवन पर बेहद असर डाला हैं। फिर जरुरत की चीजें खरीदने पर भी साफ़ असर पड़ता है यानी दिल की चीजे दिल में रह जाती हैं। एक ऐसा होता है जिसमे अगर भाई हो तो अपनी बहन को याद करता है और अगर बहन हो तो भाई को याद करती है।
महाराष्ट्र में एक ऐसा ही मामला सामने भी आया है। देश के कई जिलों में न’फ’र’त फै’लाने की कोशिश को जा रही है तो वही दूसरी तरफ प्या’र और मो’हब्बत के फूल कई लोग बि’छाए हुए भी बैठे है।महारा’ष्ट्र के अम’रावती जिले में त्यौहार के मौके पर बेहद ही मामला भी सामने भी आया है। सड़कपर एक बुजुर्ग महि’ला घड़ी की दु’कान

पर एक हाथ में पहनने वाली घड़ी को बड़े ही प्यार से निहार भी रही थी। लेकिन उसके पास घड़ी खरीदने के लिए भी पैसे नही थे। जैसे ही वो महिला आगे बढ़ने लगी तो पीछे से एक आवाज भी आई जे जा बहन मेरी तरफ से राखी का तोहफा है। यह आवाज किस और कि
नही बल्कि एक मुस्लिम दुकान मालिक की थी। उस दुकान के मालिक ने उस बुजुर्ग महिला को यह तोहफा भी दिया है और वो महि’ला बहुत ही ज्यादा खुश भी नजर आई है। इस खबर को शेयर करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने

एक शेर के जरिये कहा है कि सिया’स’त को ल’हू पीने की लत है वर’ना मु’ल्क में सब खै’रियत है।बीते दिनों पहले भी इंदौर, उज्जै’न में हि’न्दू मु’स्लि’म के मामले भी देखे गए है।