ख़िलाफ़त-ए-उस्मानिया के आखिरी खलीफा सुल्तान अब्दुल हमीद सानी (रहमतुल्लाह अलैह) की पोती (निलहान सुल्तान ओस्मानोगलु) ने ट्विटर से एक।ट्वीट किया है । वो इस ट्वीट से मिलादुन्नबी शरीफ (Mawlid Al Nabvi) की मुबारकबाद पेश कर रही हैं ।
और हम सबके आक़ा-ओ-मौला ताजदार-ए-मदीना (सल्लल्लाहु व अलैही वसल्लम) की बरगाह में सलाम पेश कर रही हैं अपनी तुर्किस ज़बान में “अस’सलातो वस्सलामु अलैका या सैय्यदी अव्वलीन वल आख़िरीन”

इस नस्ल का इश्क़-ए-रसूल किस्से कहानी नही है बल्कि इस नस्ल की रगों में खून के साथ इश्क़-ए-नबी बहता है । आपको बता दे, ये इस्लामी महीनों के ऐतबार से ये तीसरा महीने की 12 वी तारीख को बारह रबीउल अव्वल / ईद ए मिलाद उनन्नबी मनाया जाता है ।
इस दिन दुनिया भर के मुस्लिम आखिरी पैगम्बर हज़रत मोहम्मद सल्लाहु अलैहि वसल्लम की पैदाइश के मौके पर खुशी का इज़हार करते है ।

बता दे, रबीउल के महीने की 12 तारीख को मुस्लिम मोहल्लो को सजाया जाता हेज़ जुलूस निकाला जाता है । इस पवित्र दिन के मौकों पर मिलाद मनाया जाता है ।
बता दे, कोरोना के कारण भारत मे ईद मिलाद उन नबी का जुलूस कई जगहों पर नही निकाला जाएगा । मिलाद के।मौके पर मुस्लिम अपने अपने घरों को सज़ा एगे और नात पाक , दुरूद पढ़ते है ।।