इंसान चाहे तो मेहनत के बल पर, कठिन परिश्रम कर अपनी तकदीर ही बना सकता है या फिर बिल्कुल भी नही। अगर इंसान के पास कुछ भी करने का जज्बा हो तो वो सब कुछ पा सकता है। मुश्किलें सब की जिंदगी में आती है। यह एक आम बात है। लेकिन अपनी मुश्किलों की परवाह किए बगैर आगे बढ़ना कुछ अलग ही बात होती है। इंसान को कभी भी अपनी जिंदगी में हार नही मारनी चाहिए।
आइये हम आपको बताते है कि मुश्किलों में रहकर भी बुलंदियों को छूने वाले नुरुल हसन की कहानी। हसन देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश के रहने वाले है। हसन ने 2009 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से बी.टेक की पढ़ाई पूरी की है। यही वह जगह थी जहां उन्होंने खुद को विकसित कर सिविल सेवा और कोपरेट जगत के लिए अपने को कुशल बनाया है। मुश्किलों में रहकर भी इन्होंने अपने जिंदगी ओर अपना नाम रोशन कर दिया है।

बुलंदियों को छूना ही IPS नुरुल हसन की दास्तां है। नुरुल का कहना है कि आप किसी भी धर्म से हो लेकिन आप में काबिलियत है, कुछ करने का जज़्बा है और कठिन वक़्त में कैसे निकलना है ये आता है तो आप सफलता को आसानी से पार कर सकते है। महाराष्ट कैडर के आईपीएस अधिकारी, नुरुल ने एक साल BARC में वैज्ञानिक के रूप में काम किया था।
जो देश की टॉप नोकरशाही परीक्षाओं को पास करने का सपना देखते है। नुरुल की प्रारंभिक शिक्षा पीलीभीत में हुई थी। उन्होंने अपने माता पिता का नाम रोशन किया है। बाद में उनके पिता को ग्रुप डी की नोकरी मिली थी। उनके पिता ने यह नोकरी की। बाद में उनके परिवार बरेली में शिफ्ट हो गया। उनके पिता के पास ग्रेजुएशन की डिग्री भी थी।
लेकिन उनको अच्छी नोकरी नही मिल पाने से चौथे दर्जे की कर्मचारी के रूप में काम करना पड़ा था। लेकिन उनके बेटे हसन ने उनका सपना पूरा कर दिया है। आपको बता दे, नुरुल हसन आज मुस्लिमों कें लिए एक प्रेरणा स्त्रोत है । नुरुल हसन ने बताया की कैसे कठिन परिश्रम से मुकाम हासिल किया जा सकता है, बशर्ते आपका आपके गोल पर पूरा फोकस हो .

नुरुल हसन ने ये भी बताया कि आप किसी भी मज़हब से हो लेकिन आपमें टेलेंट हो तो आप कोई भी मुकाम हासिल कर सकते है । आज जबकि पूरी दुनिया मे मुसलमानों की पढ़ाई का स्तर सबसे नीचे है ,उन परिस्थितियों में नुरुल हसन आईपीएस बनना हमें यही प्रेरणा देता है कि हमे अपने अंदर मौजूद काबिलियत को पहचानना होगा । अगर हम ऐसा करने में सफल हो गए तो हमें कामयाब होने से कोई नही रिक सकता है ।