रूस का रूसी सोयुज रॉकेट 2.1 एने 38 देशों के उपग्रह को अंत’रिक्ष मे प्रेक्षेपित किया है। इसमें उपग्रह सऊदी अरबऔर यूएई के भी शामिल है। अंतरिक्ष यान में किंगडम के शाहीन सेटेलाइट और क्यूबसेट उपग्रह भी शामिल है। शाहीन उप’ग्रह का इस्तेमाल फो’टोग्राफी और समु’द्री ट्रैकिंग उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
इसके अलावा क्यूबसेट छोटे और बड़े उपग्रह के साथ साथ अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से बातचीत करता है।बता दे कि क्यूबसेट सऊदी अरब विश्वविद्यालय द्वारा डिजाइन किया गया जाने वाला उपग्रह है। इसको किंग सऊद यूनिव’र्सिटी द्वारा बनाया गया है।

इनके अलावा भी यूएई के नेनोमेट्रिक पर्यावरण उपग्रह देश भर में वायु प्रदूषक स्त्रो’तों को मापेगा और दुबई नगर पालिका और मोहम्मद बिन रशिद अंतरिक्ष केंद्र को एक देशव्यापी वायु गुणवत्ता मानचित्र बनाने में मदद करेगा।
बता दे कि रॉकेट पर एक उपग्रह भेजने वाला ट्यूनीशिया तीसरा अरब देश है। चैलेंज-1 उत्तरी अफ्रीका देश में पूरी तरह से बनाया गया उपग्रह है। यह उपग्रह एशियई, अरब और यूरोपीय देशों के उपग्रहों के साथ ही कजा’खस्तान से रवाना हुआ है।

अंतरिक्ष एजे सी के प्रमुख दि’मित्री रोगोजो ने कहा है कि यह रॉकेट बीते दिन पृथ्वी को छोड़’ने के लिए निर्धारित किया गया था लेकिन वोल्टेज में व्रद्धि के बाद स्थ’गित भी कर दिया गया है।हर देश अपने उपग्रह को अंतरिक्ष मे पहुचने में लिए लगा है। खाड़ी देशों ने भी ऐसा किया हुआ है। सऊदी अरब ने भी उपग्र’ह को अंतरिक्ष मे भेजा था।