इ’स्लाम एक ऐसा महजब है जो इस दुनिया मे बहुत ते’जी से बढ़ रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिम कहा गया है कि अगर इ’स्ला’म इस ते’जी से बढ़ता रहा और लोग इ’स्ला’म ध’र्म को कुबू’ल करते रहे तो इ’स्ला’म दुनिया का सबसे बड़ा म’ज’हब बन जाएगा।
फ्रांस की Sandrine walther और उनकी बेटी Rebecca ने अपने मु’स्लि’म पड़ो’सियों के अच्छे अखला’क से मुत अ’सिर होकर इ’स्ला’म ध’र्म को कुबूल कर लिया है। इन दोनों माँ बेटियों ने इ’स्ला’म को तु’र्की में अपनाया है। बता दे कि यह दोनों माँ और बेटी एक साथ रहती है।
इनके पड़ोस एक मु’स्लि’म समुदाय से है = इ;स्ला;म दुनिया का सबसे बड़ा म’जहब बन जाएगा। अब हम आपको एक 80 साल की खातून के बारे में बताने वाले है जिन्होंजे इ’स्ला’म धर्म को जान’कर और न’बी पा’क स’ल्ला’हु’अ’लैहि वस’ल्लम की जिंदगी से प्रभावित होमर इ’स्ला’म ध’र्म को कु’बूल किया।
इ’स्ला’म एक ऐसा महज’ब है जो इसके बारे में जनता है वह इसका अध्ययन कर लेता है। वह मु’स्लि’म’ हो जाता है। इ’स्ला’म ध’र्म की शुरुआत सातवी सदी में सऊदी अरब से बताई जाती है। इस वजग से इ’स्ला’म को दुनिया के सबसे नए ध’र्मो में गिना जाता है।

प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक अगर इ’स्ला’म इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो इक्कीसवीं सदी के अंत तक वो ईसा’ई ध’र्म को पीछे छो’ड़ देगा।रिसर्च सेंटर के मुताबिक साल 2050 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी मु’स्लि’म आबादी वाला देश बन जाएगा। अभी भारत देश इस मामले में इंडो’नेशिया के बाद दूसरे नम्बर पर है