रो’हि’ग्या मु’सल’मानो को लेकर हर देश के अलग अलग नज’रिये भी रहे है। म्या’मार में ही रहते है। एक अनुमान के मुता’बिक बताया गया है कि वो मुख्य रूप से अ’वैध बांग्ला’देशी प्रवा’सी है। सर’कार ने इन्हें नाग’रिकता देने से भी इंकार कर दिया है।
हालांकि यह बात साफ है कि यह म्या’मार में काफी समय से रह रहे है।हाल ही में बा’ग्ला’देश ने रोहिं’गया मुसल’मनो को लेकर उनके वापस से म्यामार में बसाने के लिए सऊदी अरब सरकार ने सहयोग भी मांगा है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री ऐक अब्दुल

मोमेंन ने अपने सऊदी अरब के समकक्ष फैसा’ल बिन फर’हान अल स’ऊद से फोन पर बात करते हुए इस बात की अपील की है। इस बात की जनाकारी खुद बां’ग्लादेशी विदेश मंत्री ने दी है।बता दे कि बां’ग्लादेश वर्तमान में 1.2 मिलोयन से अधिक रोहिंग्या
श’रणार्थी की मेज’बानी भी कर रहा है। इस बयान में मन्त्री के हवाले से कहा गया है कि बंगला’देशी रा’ज्य विही’न रो’हिंग्यो को उनके घर देश मे सुर’खित ही ही भेजा जाएगा।बता दे मि इसके बाद ढाका में रि’याद से सऊ’दी अरब में

बां’ग्ला’देशी प्र’वासि’यों के लिए भी कव’रन्टीन बनाने का लिए भी आ’ग्रह किया गया है। सऊदी अरब में हर देश के कई नाग’रिक काम करते है। इसी के साथ ही वर्तमान में लगभग 2.5 मिलयन बंगलादेशी प्रवासी स’ऊदी अरब में काम कर रहे है। जो उनके लिए बहुत ही ज्यादा बेहतर भी है।