हर देश अपने प’ड़ोसी और मु’स्लिम देशों की मदद करने के लिए आगे आते रहते है। हर देश मे किसी भी वक्त किसी भी सा’मान की जरूरत भी होती है।स’ऊदी अरब, तुर्की ऐसे देश है जो आए दिन दूसरे देश की मदद करने के लिए तैयार रहते है।
हाल ही में यमन के लिए ईंधन से जूझ रहे इस देश की मदद करने के लिए सऊदी अरब आगे आया है। स’ऊदी अरब ने 422 मिलियन डॉलर का ऑइल की मदद भी की है।सऊदी अरब की समाचार एजेंसी एसपीए ने बीते दिन क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने

यमन के राष्ट्रपतिअब्दरबू मंसूर हादी को एक टेली’फो’न कॉलमे इस बात की जनकरी दी है।अरब गठबंधन ने ईरान के समर्थित होथियों के खिलाफ 2015 में यमन में हस्तक्षेप किया था।जिन्होंजे हादी की सर’कार को राजधानी साना से बाह’र भी कर दिया था। अब उत्त’री यमन के अ’धिकांश हिस्से पर क’ब्जा भी कर लिया है।
ईंधन की कमी से पानी के पम्प, अस्पताल में जनरेटर और यमन में सहा’यता आपूर्ति बाधित कर दी है। जहाँ 80 फीसदी आबादी को मदद की जरूरत है।बीते दिनों ही यमन की मदद के लिए मलेशिया में मलेशियई रिली’फ एजेंसी और

यामिनी दूतावास से 22,000 आंतरिक आई’डीपी की सहायता से एक अभियान शुरू किया है। सँयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, यमन में लगभग 80 फीसदी या 24 मिलियन से अधिक की आबादी सहायता और सुर’क्षा की उनको जरूरत है।