ता’लि’बान द्वारा अफ’गानि’स्तान पर ‘सत्ता परि’व’र्तन को लेकर सऊ’दी ‘अर’ब का एक बड़ा बयान साम’ने आया है। सँयु’क्त राष्ट्र में सऊदी अरब के राज’दूत अब्दुल्ला बिन यहया अल मोली’मी ने बीते दिनों ही अल अरबिया से कहा है कि अफगन रा’ष्ट्र की इ’च्छा का’ सम्मान करने का आहान किया है।
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उन्हीने ‘कहा है कि इ’स्ला’मिक स’हयोग संग’ठनऔर स’ऊदी अर’ब अफगा’नि’स्तान की स्थिति पर ता’लि’बान और देश ‘मे प्रभा’व’शाली ह’स्तियों के साथ चर्चा करने के लिए प्रति निधि’मण्डल भी भेजे जाएंगे। राष्ट्र को सर्वो’त्तम सहाय’ता कैसे प्रदन की जाए। उन्हों’ने कहा है कि हम

उन कारणों को दू’र करने का भी आह्वान करते है जो आ’तं’क’वाद को पूरी तरह से ब’ढ़ावा भी देते है। जो अक्सर ब’हि’ष्कार, सा’मा’जिक हा’शि’ए और राज’नीति’क कब्जे की व’जह से भी होता है।इसके अलावा’ भी सऊ’दी राज’दूत ने अफगान लोगो केपस’न्द का स’म्मन करने
और रा’ष्ट्र के साथ ख’ड़े होने के मह’त्व पर भी जोर दिया है। न कि किसी वि’शिष्ट समू’ह या फि’र सर’कार के साथ ऐ’सा किया है। उन्होंने कहा है कि किं’गड’म रा’जनयि’क चैन’लों के मा’ध्यम से अफ’गन की स्थि’ति का अ’नुसर’ण भी कर रहा है।देश मे शां’ति और स्थिर’ता को म’ज’बूत करने के लिए उत्सु’क है।

उन्होंने कहा है कि यह अफ’गा’न रा’ष्ट्र के लिए एक’ता की दिशा में काम करने और भवि’ष्य की आ’शा के साथ दे’खने का भी व’क्त है। उनका यह बया’न का’बुल हवाई अड्डे को निशा’ना बना’कर किए गए घा’तक आ’त्म’घा’ती ह’म’ले के एक दि’न बाद आया था।