सऊदी अरब हर दिन प्रगति कर रहा है। सऊदी अरब में विजन 2030 के तहत कई तरह की सुविधाओं को शुरु भी किया जाएगा। सऊदी अरब विजन 2030 में महिलाओं को शिक्षा, रोजगार उपलध कराना भी शामिल है। सऊदी अरब में अल दोमट जिंदल कम्पनी के द्वारा सऊदीअरब में हवा से बिजली पैदा करने वाली पहली परियोजना को शुरू किया गया था ।
अब इसको पूरी भी कर लिया गया है। इसके संचालन में सऊदी अरब को कामयाबी भी मिल गई है। सऊदी अरब के सबकरवेबसाइट के मुताबिक बताया गया है किदोमता जिंदल प्रोजेक्ट जो अब जुफ इलाके में है। बता दे कि सऊदी अरब से रियाद से करीब 900 किलोमीटर उत्तर मे भी पड़ता है।

यह परियोजना देश मे अपनी तरह की पहलीं और मध्य पूर्व के तहत सबसे बड़ी परियोजना भी बताई जा रही है। बता दे कि दोमता अल जिंदल रिन्यूएबल एनर्जी एडीएफ रिन्यूएबल इंटरनेशनल कम्पनी और अबु धाबीएनर्जी कम्पनी के सहयोग के साथ इस पर पूरी प्रकिर्या भी शुरू की गई है।
बताया गया है कि इस योजना से सलाना तौर पर 30 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के खर्च में भी कमी भी आ जाएगी। इससे सालाना तौर पर 400 मेगावाट बिजली ही पैदा कर सकेगी। यह भी बताया गया है कि इस प्रोजेक्ट से अभी काम भी पूरा हो सकता है।

दोमता अल जिंदल प्रोजेक्ट साल 2020 के शुरू में कर्मिशियल आधारों पर काम करना शुरू कर देगा। उन्होंने बताया है कि डेनमार्क की कम्पनी प्रोजेक्ट का बाकी काम भी पूरा कराएगी।