सऊदी अरब लगातार सऊदी महिलाओं की बेहतरी के लिए लगातार प्रयास कर रहा है । बीते सालों में सऊदी महिलाओं को कई प्रकार के कामों की इजाजत मिली जिसमे विदेश यात्रा पर और सऊदी के सार्वजनिक स्थानों पर सऊदी महिलाएं अपने परिवार की इजाजत के बगैर यात्रा कर सकती है इसके अलावा सऊदी अरब ने महिलाओं को कार चलाने जैसे मामलों में भी 2018 में छूट दी थी ।
सऊदी सरकार ने महिलाओं की बेहतरी के लिए जिस प्रकार से पिछले कुछ सालों में कदम उठाए है , वो सराहनीय तो है लेकिन सवाल जरूर उठाते है । हालांकि आज हम आपको सऊदी की पहली एम्बुलेंस ड्राइवर सारा अल अनिजी के बारे में बताने जा रहे है । 2018 में सऊदी में महिलाओं से ड्राइविंग करने के प्रतिबद्ध हटने के साथ महिलाओं का बदलना शुरू हुआ ।

सऊदी की राजधानी रियाद में मौजूद किंग फहद हॉस्पिटल में काम करने वाली सारा ने गल्फ न्यूज़ को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि मुझे इस तरह के काम करने में बचपन से ही खुशी होती है । उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस का ड्राइवर बनना एक अलग बात है लेकिन उन्होंने बचपन से ही मरीज़ो की सेवा की है । और वह आगे भी इस तरह के काम करने के किये इसी चिकित्सा लाइन में जुड़ी रही ।
बता दे, सारा के पिता एक चिकित्सक है और बचपन से ही सारा को मरीज़ो की देखभाल करने की आदत थी । उन्होंने कहा कि जब मैं छोटी थी तो बैंडेड अपने पास रखती थी । जब किसी को जरूरत होती या किसी को चौट लगती तो वो उसकी देखभाल किया करती थी।

सारा ने इंटरव्यू में आगे बताया कि वो दिन की शुरुआत सबसे पहले एम्बुलेंस को पूरी तरह से क्लीन करने से शुरू करती थी । इसके बाद वो एम्बुलेंस की जांच करती है कि वो सड़क पर चलने को सक्षम है और उसे हर तरह से चेक करती । उन्होंने कहा कि मुझे अब एम्बुलेंस चलाते हुए काफी अनुभव हो गया है और मैं इस काम से खुश हूं और अल्लाह का शुक्रिया भी अदा करती हूं ।