मोहम्मद शहाबुद्दीन सिवान के बाहुबली पूर्व सासंद थे। एक वक्त ऐसा था जब उनकी इच्छा के बिना सिवान में पत्ता तक भी नही हिलता था। कहते है कि वह उनकी समान्तर सरकार भी चलती थी। लेकिन वक्त बदल तो उनके जीवन का अंतिम दौर जे’ल में अपनो से दूर ही क’टा है।
आपको बता दे कि शहाबुद्दीन के बेटी का निकाह कल धूमधाम से भी सम्पन्न भी हुआ है। लेकिन इस खुशी के मौके पर उनकी इच्छा भी अ’धूरी ही रह गई है। बीते साल दिसंबर में को’र्ट के आ’देश पर वो दिल्ली में पत्नी, बच्चो और माँ से भी मिले है। उन्होंने बेटी हेरा शहाब में निका’ह में शामिल होने के लि सिवान आने की भी इच्छा जताई थी।

शहा’बुद्दीन का इं’त’का’ल बीते साल ही में हुआ था। लेकिन उनको मौ’त के बाद उन्हें सिवान में अपनी मि’ट्टी भी नसीब नही हुई थी। उनकव दिल्ली में ही दफ’ना’या भी गया था। शहाबुद्दीन की बेटी का निकाह पूर्वी चम्पा’रम जि’ला मु’ख्यालय मोति’हारी के निवा’सी सैयद मोहम्मद शादमान से हुआ था।
आपको बता दे कि मोहम्मद शादमान और हेरा शहाब दोनों ही एमबीबीएस डॉक्टर भी है। शादमान के पिता सैयद इफ्टखर अहमद सम्पन्न किसान भी है। इस अवसर पर शहाबुद्दीन के पैतृ’क गांव प्रतापपुर में उल्लास का भी माहौल रहा है।

प्रतापपुर स्थित शहाबुद्दीन के पैतृक घर की सजावट देखने बन भी रही थी। इस समारोह में राष्ट्रीय जनता दल सहित तमाम दलों के बड़े राजनेता भी शामिल हुए लेकिन उनकी बेटी के निकाह के अवसर पर शहाबुद्दीन नही दिखे।