कहते है कि अगर इंसा’न किस चीज के बारे में हिम्मत और हौसले के साथ ठान ले तो कुछ भो हो सकता है लेकिन इसके लिए इंसान को अपना हौसला और जज्बे की सबसे ज्यादा जरू’रत होती है।
इस बात को पूरी तरह से सच साबित कर दिखाया है महा’राष्ट्र की चं’द्रपुर की रहने वाली शा’इस्ता खान पठान ने ।शाइस्ता खान पिछले 6 सालों से अपनी खुद की एक संस्था को चला रही है। इसके तहत से वो समा’ज मे द’बे कु’चले त’बके और महि’लाओं, लडकि’या और बेस’हारा बू’ढ़ी और’तों की हर सम्भ’व स’मस्या को पूरा करने के लिए आगे आती है।

इस तरह से अगर उनको बेस’हारा और पी’ड़ित लोगों का मसी’हा भी कहा जाए तो गलत नही होगा।शा’इस्ता खान की इस संस्था का नाम Human Walfare Multipurpose Association है। जिसमे आम लोगो के साथ ही कई बॉली’वुड चेहरे भी जुड़े हुए है ।
शाइस्ता खान को भारत सरकार से रजिस्टर्ड नेशन’ल ह्यू’मन राइट्स’ ऑ’र्गेनाइजेशन ने उनको स्पेश’ल गे’स्ट इन’वाइट भी किया और उन्हें अवा’र्ड देकर सम्मनित भी किया गया है । खान को यह अवार्ड देने के लिए दिल्ली भी बुला’या गया था।

यहअ’पनी संस्था’ में त’लाकशु’दा और विध’वा महि’लाओं का पुन’र्विवा’ह भी करवा चुकी है । एक आकड़ो के मुता’बिक खान लगभग 2000 गरीब और बेसहारा महि’लाओं को फ्री में फैशन डिजा’इनिंग का को’र्स भी करवा चुकी है।