खुद गाड़ी चलाकर पिता का शव लाए थे शाहरुख खान, फिर बोले ऐसी मौत नहीं मरना चाहता

किंग ऑफ बॉलीवुड के नाम से जाने वाले शाहरुख खान को हर कोई जानता है। अब तक किंग खान बॉलीवुड की अलग अलग तरह की लगभग 75 फिल्मो में भी नजर आ चुके है। उन्होंने अवनि एक्टिंग की शुरुआत दूरदर्शन के सीरियल्स से की थी।

जहां पर उनके एक्टिंग को असली पहचान भी मिली है साल 1992 में फ़िल्म दीवाना में Bollywood में कदम भी रखा है। उन्हें दीवाना फ़िल्म के लिए फिल्मफेयर अवार्ड से भी नवाजा भी गया है। अब शाहरुख खान को कई फिल्में भी मिली है। उन्होंने फिल्म डर , बाजीगर जैसीफिल्मों में एंटी हीरो का किरदार भी निभाया है।

shahrukh khan emotional story

यहां भी उन्हें बराबर सराहना’ भी मिली है। लेकिन शाहरुख खान के करियर को अभी भी एक लैंडमार्क फ़िल्म की तलाश जो उन्हें दिलवा’ले दु’ल्हनिया लेजाएंगे के रूप में मिली है। शाहरुख खान को एक बड़े आदमी बनने की प्रेरणा उनके पिता से मिली है।

हिंदी सिनेमा जगत में आने से पहलीं शाहरुख खान एक आम इंसान की तरहजीवन भी जीते है। शाहरुख खान का जन्म एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था। शाहरुख खान ने अपने पिता की मौ’त के बाद के दौर में अपने जीवन का सबसे कठि’न वक्त भी मानते है। शाहरुख खान के पिता

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का नाम मीर ताज मोहम्मद था। जब शाहरुख खान महज 15 साल के थे तभी उनके पिता की मौ;त हो गई थी। उनके पिता को कैं’सर जैसी ग’म्भीर बीमा’री हुई थी।शाहरुख ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो खु’द गाड़ी को चला’कर अपने पिता के श’व को घर लाए थे।

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