अ’फगानि’स्तान में ता’लि’बान सर’कार बनाने की तैया’री में जुटा हुआ है। इसी बीच कतर ने दुनिया के देशो को चेता’व’नी देते हुए कहा है कि अगर तालिबान को अलग थलग कि’या गया तो इससे और भी ज्यादा अस्थिरता और भी ज्यादा ब’ढ़ सकती है। क’तर देश ने दुनि’या के देशो से इस बात का आग्रह किया है
मि सुर’क्षा और सा’माजिक आर्थिक चिंता’ओं को दूर करने के लिए सभी को भी आगे करना चाहिए। क’तर ने विदेश मंत्री ने शेख मोहम्म’द बिन अब्दुल रहमान अल थानों ने इन बातों को दोहा भी किया है। इस दौरान जर्मनी के विदेश मंत्री हइको मास भी उनजे साथ थे। विदेश मंत्री ने कहा है कि अगर हम शर्ते रखने शुरू

कर denge और इस जु’ड़ाव को भी रोकेंगे। इससे हम एक खाली जगह को छो’ड़ने भी जा रहे है। उंसके बाद सवाल यही है कि इसे कौन भरेगा।बता दे कि कतर को अमेरि’का का सह’योगी देश भी माना जाता है। यही देश तालि’बान और अमेरि’का की बातची’त कराने में एक प्रमुख वा’र्ताकार भी रहा है। इसके अलावा भी ता’लि’बान के राजनी’तिक का’र्यलय भी क़तर में स्थित है।
इसके अलावा पश्चि’मी देशों का कहना है कि ता’लि’बान को एक समवे’शो सरका’र का गठम भी करना चाहिए और मनव’ताधिका’रो का सम्मा’न भी करना चाहिए। शे’ख मोह’म्मद ने आगे कहा है कि ता’लि’बा’न को सरकार के तौर पर मान्यता देने कोई प्रा’थमिकता नही है।

अल थानी ने आगे कहा है कि हम हमेशा ही उनसे एक स’मा’वेशी सर’कार बनाने के लिए भी आग्रह करते है। जिसमे सभी दल भी शामि’ल हो और कि’सी भी पा’र्टी को बा’हर न किया जाए।