आखिरकार यूपीएससी 2019 के परिणाम घोषित हो गए है। इस परिणाम में प्रदीप सिंह ने टॉप किया है। जबकि जतिन किशोर दूसरे और प्रतिभा वर्मा दूसरे नम्बर पर है। अगर मुस्लिम कैंडिडेट की बात करें तो परिणाम 2018 और 2017 की तुलना में बेहद ही कम है। 2018 में जुनैद ऑल इंडिया तीसरे स्थान पर है।
2017 में सद मिया खान 25 वी रैंक पर आए थे। उस समय 52 मुस्लिम युवकों ने कामयाबी हासिल की थी। आपको बता दे, सितंबर 2019 में upsc लिखित मेंस की परीक्षा हुई थी,उसमे चयन होने के बाद फरवरी 2020 से upsc मौखिक इंटरव्यू शुरू हुए थे जो अगस्त 2020 तक हुए ,इस प्रोसेस के बाद 829 कैंडिडेट का चयन हुआ है ।

आपको बता दे, कोरोना काल कर चलते हुए यूपीएससी के कुछ इंटरव्यू स्थगित कर दिए गए है।इस बार मुस्लिम के कैंडिडेट के रूप में सफ़ना नजरूद्दीन ने टॉप किया है, इनकी 45वी रेंक है। वह टॉप 100 में आने वाली इकलौती मुस्लिम कैंडिडेट भी है, जो साउथ से आती है। इस बार टॉप करने वाली केरल की त्रिवेंद्रम की सफ़ना के लिए ये बहुत ही खुशी की बात है।
इनमे से कुल 829 में से 44 मुसलमान चयनित हुए है। अगर upsc रिजल्ट की बात करे तो कुल 829 कैंडिडेट का चयन हुआ । इसमें जनरल उम्मीदवार 304, ईडब्ल्यूएस के 78, ओबीसी के 251 , एस सी के 129, एसटी के 67 उम्मीदवार शामिल थे ।इस बार तकरीबन 4.5 फीसदी मुस्लिम स्टूडेंट्स ने बाजी मारी है। यूपीएससी परीक्षक देश की सबसे बड़ी चुनोतिपूर्ण परीक्षा है ।

इस परीक्षा में लाखों युवा पढ़ाई करते है लेकिन बहुत ही कम सफल हो पाते है। बता दे, इस upsc को आयोजित कराने वाले आयोग ने पहली बार उम्मीदवार के प्लेन का किराया भी दिया, इसमें किराया आने और जाने का शामिल है । गौरतलब है कि कोरोना के कारण सभी यातायात के साधन बन्द थे । इस कारण आयोग को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा ।