UPSC की परीक्षा देश की सबसे बड़ी परीक्षा होती है। इस परीक्षा में IAS और IPS बनते है। देश के ऐसे कई युवा है जिन्होंने यहां तक पहुँचने के लिए कई सफर भी तय किया है। जिनमे से आज हम आपको मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखने वाले जुनैद अहमद बलिया के बारे में बताने वाले है।
जिनको बीते दिनों ही SDM की जिम्मेदारी सौपी गई है। जुनैद उत्तरप्रदेश के बिजनोर में एक मध्यवर्गीय परिवार से आते है। उनके पिता जावेद हुसैन पेशे से वकील है। जुनैद ने 12 की परीक्षा में 60 फीसदी अंक को हासिल किया था।12 वी के बाद उन्होंने शरद यूनिवर्सिटी नोएडा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की

वही उन्होंने 65 फीसदी अंक हासिल किए थे। कॉलेज की।पढ़ाई करबे के बाद जुनैद के मन मे IAS अधिकरी बनने का सपना भी जागा। इस पर जुनैद से लोग यही बात कहते थे कि 60 प्रतिशत वाला कोई औसत छात्रआईएएस नही बन सकता है। लेकिन जुनैद ने हार नही मानी।
जुनैद ने साल 2013 में सिविल सर्वसेज की पढ़ाई की। शुरुआत से ही उन्होंने पढ़ाई को लेकर ग;म्भी’र नही रहने वाले जुनैद ने इस बार लग्न के साथ पढाई की। इसके बाद जुनैद ने साल 2018 में परीक्षा देकर UPSC में तीसरी रेंक को हासिल भी किया।

अपने पहले तीन प्रयास में जुनैद अहंद को असफलता मिली। लकिन उन्होंने हिम्मत नही हारी और चौथे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा को पास क़री। उन्होंने 352 वी रेंक हासिल की। बीते एक महीने पहले ही जुनैद को बलिया सदर एसडीएम की जिम्मेदारी भी सौपी गई है।